जीवन और चीजों के बारे में एक शब्द


           

 

बाकी की कहानी

         यूसुफ का सपना था कि उसके पिता, माता और उसके 11 भाई उसे प्रणाम करें। बेशक उसके भाई उसे यह पसंद नहीं करते थे। उसके भाइयों ने उसे गड़हे में डाल दिया, और वे उसे मार डालना चाहते थे। उन्होंने अंततः उसे इश्माएलियों के दास के रूप में बेच दिया। इश्माएलियों ने उसे फिरौन के एक अधिकारी पोतीपर के हाथ बेच डाला। परमेश्वर यूसुफ के प्रति विश्वासयोग्य था, और यूसुफ ने पोतीपर का अनुग्रह पाया। पोतीपर ने यूसुफ को अपने सारे घर का अधिकारी नियुक्त किया। पोतीपर के घराने में यूसुफ दूसरे नंबर का पुरूष था।

       यूसुफ पर गलत आरोप लगाया गया और उसे जेल में डाल दिया गया। यूसुफ बन्दीगृह के दरोगा का अनुग्रह था, और उसे सारे बन्दीगृह का अधिकारी ठहराया गया। यूसुफ को पूरे कारागार का #2 आदमी बनाया गया। यूसुफ के सब कामों में परमेश्वर का अनुग्रह उस पर था।

       अब बाकी की कहानी के लिए। यूसुफ ने दो बन्दियों के स्वप्नों का अर्थ बताया। एक कैदी को मार दिया गया, और दूसरे कैदी को रिहा कर दिया गया और उसकी नौकरी वापस दे दी गई। जब फ़िरौन ने ऐसा स्वप्न देखा, जिसका फल कोई न बता सकता या, तब जो पुरूष बन्दीगृह से छूटा या, उस ने फिरौन को यूसुफ के विषय में बताया। यूसुफ ने फिरौन के लिए स्वप्न का अर्थ बताया, और पूरे मिस्र में #2 व्यक्ति (प्रधान मंत्री) बनाया गया।

       हम सभी इस जीवन में चीजों से गुजरते हैं; हमें ऐसा लगता है कि जब हमें उसकी आवश्यकता होती है तो परमेश्वर वहां नहीं होता। हमें अपने परिवारों, अपनी नौकरी, अपने शरीर और कई अन्य चीजों से समस्या है। लेकिन, अगर हम परमेश्वर की सेवा कर रहे हैं और हम जो कुछ भी करते हैं उसमें उसका सम्मान करते हैं, तो हमें अपने परमेश्वर में शांति और विश्राम का स्थान मिलेगा। बाकी कहानी अभी तक नहीं बताई गई है।

       मेरे सभी दोषों और पापों से कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी बाकी कहानी यही है. मेरा भगवान मेरे भविष्य को नियंत्रित करता है, वह मेरे जीवन में जो कुछ भी हासिल करना चाहता है उसे पूरा करेगा। वह मेरे जीवन में जो कुछ भी मुझसे करवाना चाहता है, उसे पूरा करने में वह असफल नहीं होगा। उसने मुझे मेरे शत्रुओं पर अधिकार दिया है, उसने मुझे मेरे मार्ग में आने वाली हर चीज़ पर जयवंत बनाया है। मैं परमेश्वर का पुरुष या स्त्री हूं, और मैं उसका सम्मान करूंगा, और पूरे दिल से उसकी सेवा करूंगा, और अपने जीवन में हर चीज के लिए उसे महिमा दूंगा। यह मेरी बाकी कहानी है!


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       नया राजा जेम्स संस्करण
उत्पत्ति 37:27 "आओ, हम उसे इश्माएलियों के हाथ बेच डालें, और अपना हाथ उस पर न उठाएं, क्योंकि वह हमारा भाई और हमारा मांस है।" और उसके भाइयों ने सुनी।
  28 तब मिद्यानी व्यापारी उधर से होकर निकले; तब भाइयों ने यूसुफ को खींच कर गड़हे में से निकाला, और चांदी के बीस शेकेल में इश्माएलियों के हाथ बेच डाला। और वे यूसुफ को मिस्र में ले गए।

       नया राजा जेम्स संस्करण
उत्पत्ति 37:36 मिद्यानियों ने उसको मिस्र में पोतीपर नाम फिरौन के एक हाकिम और जल्लादों के प्रधान के हाथ बेच डाला था।

       नया राजा जेम्स संस्करण
उत्पत्ति 39:2 यहोवा यूसुफ के संग रहा, और वह यशस्वी पुरूष या; और वह अपने मिस्री स्वामी के घर में रहा।
  3 और उसके स्वामी ने देखा, कि यहोवा उसके संग है, और जो कुछ वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सुफल करता है।
  4 तब यूसुफ के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई, और वह उसकी उपासना करने लगा। तब उस ने उसको अपके घर का अधिक्कारनेी ठहराया, और जो कुछ उसका या, उस ने अपके अधिकार में कर दिया।
  5 जब से उस ने उसको अपके घर का और अपक्की सारी सम्पत्ति का अधिकारी ठहराया, तब से यहोवा यूसुफ के कारण उस मिस्री के घर पर आशीष देने लगा; और घर में और मैदान में जो कुछ उसका या, उस सब पर यहोवा की आशीष होने लगी।
  6 इस प्रकार उस ने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में छोड़ दिया, और अपने खाने की रोटी को छोड़ और कुछ न जानता या कि अपके पास क्या है। अब यूसुफ रूप और रूप में सुन्दर था।

      नया राजा जेम्स संस्करण
उत्पत्ति 39:21 परन्तु यहोवा यूसुफ के संग रहा, और उस पर करूणा की, और बन्दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई।
  22 और बन्दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्धुओं को जो बन्दीगृह में थे यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; उन्होंने वहां जो कुछ किया, वह उसी का किया हुआ था।
  23 बन्दीगृह के दरोगा ने यूसुफ के पास की किसी वस्तु की ओर दृष्टि न की, क्योंकि यहोवा उसके संग या; और जो कुछ वह करता या, यहोवा उसको सुफल करता या।

       नया राजा जेम्स संस्करण
उत्पत्ति 41:39 फिर फिरौन ने यूसुफ से कहा, परमेश्वर ने जो तुझे यह सब कुछ दिखाया है, सो तेरे तुल्य कोई समझदार और ज्ञानी नहीं।
  40 तू मेरे घर का अधिक्कारनेी होगा, और मेरी सारी प्रजा तेरे वचन के अनुसार चलेगी; केवल राजगद्दी के विषय में मैं तुझ से बड़ा ठहरूंगा।
  41 फिर फिरौन ने यूसुफ से कहा, सुन, मैं ने तुझे मिस्र के सारे देश पर अधिक्कारनेी ठहराया है।
  42 तब फिरौन ने अपक्की अंगूठी अपके हाथ से उतारकर यूसुफ के हाथ में पहिना दी; और उसको मलमल के बढ़िया वस्त्र पहिनाए, और उसके गले में सोने की जंजीर डाल दी।